Thursday, 1 October 2015

KICAonline-com-भारत की बड़ी कामयाबी- ‘एस्ट्रोसैट’ का प्रेक्षपण, अंतरिक्ष में लगाई दूरबीन


KICAonline-com-भारत की बड़ी कामयाबी- ‘एस्ट्रोसैट’ का प्रेक्षपण, अंतरिक्ष में लगाई दूरबीन

  • भारत की बड़ी कामयाबी- ‘एस्ट्रोसैट’ का प्रेक्षपण, अंतरिक्ष में लगाई दूरबीन
  • PSC mains Paper-IV
  • Subject-Science Technology
  • ___________________________
  • - भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने श्रीहरिकोटा से भारत के एस्ट्रोसैट सहित सात उपग्रहों को ले जाने वाले रॉकेट का सफल प्रक्षेपण कर दिया है.
  • - इस एस्ट्रोसैट की मदद से ब्रह्मांड को समझने में मदद मिलेगी. भारत के स्वदेशी टर्बो-चार्ज ‘मिनी हबल टेलीस्कोप’ का आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष केंद्र से प्रेक्षपण किया गया. 
  • - इसके सफल होने पर अंतरिक्ष में अपनी दूरबीन लगानेवाला भारत पहला विकासशील राष्ट्र बन जायेगा. साथ ही अमेरिका, यूरोपीय संघ और जापान जैसे देशों के विशिष्ट क्लब में शामिल हो जायेगा. वेधशाला का उपयोग ब्लैक होल के अध्ययन के लिए किया जायेगा.
  • - यह रॉकेट अपने साथ 1,513 किलोग्राम वजनी 180 करोड़ रुपए की लागत वाले भारतीय एस्ट्रोसैट उपग्रह के अलावा अमेरिका के चार और इंडोनेशिया तथा कनाडा के एक-एक उपग्रहों को ले गया.
  • - एस्ट्रोसैट को पृथ्वी से 650 किलोमीटर की ऊंचाई पर कक्षा में स्थापित किया जाएगा.देश का पहला बहु-तरंगदैर्ध्य वाला अंतरिक्ष निगरानी उपग्रह 'एस्ट्रोसैट' भी शामिल है, जो ब्रह्मांड के बारे में अहम जानकारियां प्रदान करेगा.
  • - गौरतलब हो कि भारत में तैयार PSLV C 30 ने अपने साथ अमेरिका के चार और इंडोनेशिया व कनाडा के एक-एक उपग्रहों को लेकर उड़ान भरा है. यानि PSLV C 30 ने कुल 1,631 किलोग्राम वजन को लेकर अंतरिक्ष में उड़ान भरी है. 
  • - पहले समर्पित भारतीय खगोलीय मिशन के तहत एस्ट्रोसैट उपग्रह का प्रक्षेपण किया गया जिसका मकसद आकाशीय वस्तुओं का अध्ययन करना है.
  • =>अब तक 45 विदेशी उपग्रह :-
  • - अंतरिक्ष की दुनिया में लगातार भारत का दबदबा कायम हो रहा है। भारत अब तक शुल्क लेकर 45 विदेशी उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण कर चुका है। इसरो ने 2010 में एक साथ 10 उपग्रहों का प्रक्षेपण किया था। 
  • - यह तीसरा मौका है जब इसरो एक साथ सात उपग्रहों का प्रक्षेपण किया है। 
  • - सात उपग्रहों को ले जाने वाला पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट 44.4 मीटर लंबा और 320 टन वजनी है।
  • =>पूरे मिशन पर एक नजर-:
  • - सात उपग्रहों को ले जाने वाला यह चार स्तरीय पीएसएलवी-एक्सएल रॉकेट है। जिसका वजन 320 टन है।
  • - पीएसएलवी-एक्‍सएल जिन सातों उपग्रहों का ले गया है उसका वजन 1,631 किलोग्राम है।
  • - इस रॉकेट की कीमत 180 करोड़ रुपये की है। इस रॉकेट के साथ अमेरिका के चार और इंडोनेशिया और कनाडा के भी एक-एक हैं।
  • -इस रॉकेट को पृथ्वी से 650 किलोमीटर की ऊंचाई पर कक्षा में स्थापित किया गया है।

No comments:

Post a Comment